- 2 Posts
- 1 Comment
गोपाल
भारत जिसने कभी किसी को मना नही किया संस्कृति आती कही और से है किन्तु वो कब भिंन से भारतीय संस्कृति बन जाती है वो इतिहासकारो को भी समझ ना आ सकी।
लेकिन सभी संस्कृति की आदर करने वाले इस महान हिन्दू संस्कृति को हिंदुस्तान की इस धरा को किसी न मन से न अपनाया अपनी संस्कृति के नाम पर यहाँ हमेशा इसकी संस्कृति को मिटाने सताने तड़पाने की कोशिस की गयी है ।
गोपाल श्री कृष्ण के इस धरा पर जिन्होंने गऊ माता की मेहता को संसार को समझाया आज वही धरा पर कभी गऊ माता को तो कभी उनके नाम पर इंसानो को तड़पाया जा रहा है ।
आलम ये है की किसी धर्म या जाति के ऊपर इसका जिम डाला जाता है लेकिन मित्रो मनो ये काम बिना जाति विशेष को लेकर समझो तो ये पाओगे की सभी मिले हुए है ।
पैसो के लिए गऊ माँ को बेचने वालो इनको पाल नही सकते तो इनहे बेचो तो मत ट्रक पर लोड होना और फिर काटना कोई जाति कर सकती है पर उनहे ले जाना बिना किसी अपने के नही हो सकता है ।
इसलिए पहले उनको समाप्त करो अपने होकर ऐसा काम करते है ।
Read Comments